कोलकाता, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक चक्रवात रेमल रविवार आधी रात को पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तट से टकराने वाला है. इसलिए कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के अधिकारियों ने रविवार दोपहर से 21 घंटे के लिए सभी उड़ानों को रोकने का फैसला किया है. बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का सिस्टम भीषण चक्रवाती तूफान रेमल में तब्दील हो गया है. इस चक्रवात से कोलकाता में भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की आशंका है. कोलकाता शहर में संभावित रूप से 200 मिमी. तक बारिश होगी और भूस्खलन के पहले 24 घंटों के भीतर 100 किमी/घंटा तक की गति से हवाएं चल सकती हैं.
नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के अनुसार, 26 मई को दोपहर 12 बजे से 27 मई को सुबह 9 बजे तक उड़ानों का संचालन ठप रहेगा. उड़ानों को रोकने से 394 उड़ानें रद्द हो जाएंगी, जिनमें से 28 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें हैं. इससे अंततः कुल 63,000 यात्री प्रभावित होंगे. मौसम संबंधी बाधाओं के दौरान एयरलाइंस अक्सर यात्रियों को बिना पैसे के उड़ानें दोबारा बुक करने या टिकट का दाम वापस लेने की अनुमति देती हैं. हालांकि, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) की नागरिक उड्डयन आवश्यकता (CAR) के तहत, यात्रियों के पास उड़ान में देरी और रद्द होने की स्थिति में विशिष्ट अधिकार हैं.
उड़ान के रद्द होने पर
उड़ान रद्द होने की स्थिति में एयरलाइंस को यात्रियों को वैकल्पिक उड़ान या मुआवजे के साथ-साथ हवाई टिकट का पूरा रिफंड देना होगा. जैसा कि मंत्रालय ने आदेश दिया है. इसके अलावा, एयरलाइन को उन यात्रियों को भोजन और जलपान की व्यवस्था करना जरूरी है, जिन्होंने हवाई अड्डे पर अपनी मूल उड़ान के लिए चेक इन किया है और वे वैकल्पिक उड़ान का इंतजार कर रहे हैं.
साभार- न्यूज 18