भोपाल/मुंबई, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार को चुनाव प्रचार के लिए मुंबई पहुंचे और भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने महाराष्ट्र के भाजपा प्रदेश कार्यालय पर पत्रकार वार्ता कर कांग्रेस व शिवसेना पर जमकर निशाना साधा। मुंबई में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सरकार और सरकार के बीच जो फर्क होता है, वह महाराष्ट्र में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। एक वो सरकार थी, जिसने मेट्रो परियोजना रोक दी। विकास के कामों में अड़ंगे लगाए। लेकिन अब महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार काफी तेजी से काम कर रही है। पानी के बीच टनल बन रही है, सड़कें बन रही हैं और पुल बन रहे हैं। पहले जब हम जर्मनी, आस्ट्रेलिया में पानी के अंदर सुरंग देखते थे तो ये विचार आता था कि ऐसी सुरंगें अपने देश में भी होना चाहिए। हम गर्व के साथ यह कह सकते हैं कि हमारे प्रधानमंत्री मोदी जो कहते हैं, वह करके दिखाते हैं। सरकार के ऐसे कामों से न सिर्फ विकास होता है, बल्कि देश का मान-सम्मान भी बढ़ता है।
प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में चल रहा सांस्कृतिक पुनर्जागरण का दौर
डॉ. यादव ने कहा कि मैं महाराष्ट्र की उस धरती को नमन करता हूं, जहां शिवाजी महाराज ने हिंदवी स्वराज्य का सपना देखा था। उज्जैन के सारे मंदिर जिन्हें सन 1235 में ध्वस्त कर दिया गया था, जिसके परिणाम स्वरूप उनका जीर्णोद्धार महाराज राणोजी सिंधिया द्वारा कराया गया। इन मंदिरों का जिक्र स्कंदपुराण के अवंती खंड में मिलता है। इसी के अनुरूप प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में सांस्कृतिक पुनर्जागरण का दौर चल रहा है। महाराज विक्रमादित्य ने अयोध्या समेत देश के कई मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया था, लेकिन 500 साल पहले अयोध्या में स्थित प्रभु श्रीराम के मंदिर को तोड़ दिया गया था। अब मोदी जी के नेतृत्व में एक बार फिर अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण हुआ है। डॉ. यादव ने कहा कि इतिहास गवाह है, महाराज शिवाजी के जमाने से लेकर वर्तमान समय तक, जब भी हमारे मंदिरों को तोड़ा गया है, तो उनका जीर्णोद्धार भी हुआ है। लेकिन कांग्रेस के लोगों को इससे भी तकलीफ होती है।
अंग्रेज चले गए, लेकिन कांग्रेस को छोड़ गए
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मुझे यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि देश से अंग्रेज तो चले गए, लेकिन दुर्भाग्य से कांग्रेस को यहीं छोड़ गए। कांग्रेस का जन्म ही अंग्रेजों के द्वारा हुआ है, इसलिए आज भी वह ‘फूट डालो, राज करो’ की नीति पर ही चल रहे हैं। कांग्रेस ने अपने जैसे ही दलों को जोड़कर घमंडिया गठबंधन बनाया है और देश में सरकार बनाने का सपना देख रहे हैं। लेकिन देश की जनता सब जानती है। डॉ. यादव ने कहा कि कल राहुल गांधी अमेठी में भाषण दे रहे थे कि मैं पापा के साथ 42 साल पहले यहां आया था, तब यहां न तो सड़कें थीं, न विकास का कोई काम हुआ था। क्या राहुल गांधी यह भूल गए कि यहां से उनके दादाजी फीरोज गांधी सांसद रहे हैं। उनके पिता सांसद रहे हैं और उनका पूरा खानदान यहां से चुनाव लड़ता रहा। अगर इनके रहते हुए यहां का विकास नहीं हुआ, तो इसका जिम्मेदार कौन है?