पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में पाक सेना व सरकार के खिलाफ लोगों की बगावत के बाद यहां गृहयुद्ध जैसे हालात हो गए हैं। PoK में बढ़ते बिजली के दामों और भारी टैक्स का सामना कर रहे नागरिक महंगाई के खिलाफ शुक्रवार को सड़कों पर उतर आए और शनिवार को जमकर प्रदर्शन किए ।अवामी एक्शन कमेटी (AAC) ने पूरे क्षेत्र में शनिवार को चक्का जाम और हड़ताल का ऐलान किया था। पुलिस और AAC के बीच हिंसक झड़पें हुईं जिसमें सीने पर गोली लगने की वजह से एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई और 90 से ज्यादा पुलिस अधिकारी और प्रदर्शनकारी शामिल है।
इस दौरान PoK नागरिकों द्वारा पाक पुलिस अधिकारियों को जमकर पीटने के वीडियो भी खूब वायरल हो रहे हैं। कई यूजर लिख रहे हैं कि 1971 के बाद, पाक सेना ने फिर आत्मसमर्पण किया लेकिन इस बार पीओके में नागरिक प्रदर्शनकारियों के सामने। दरअसल अवामी एक्शन कमेटी ने बढ़ती महंगाई के चलते PoK में प्रोटेस्ट, लॉन्ग मार्च और चक्का जाम का ऐलान किया था, जो दूसरे दिन हिंसक हो गया। पाकिस्तान मीडिया के मुताबिक, मीरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कामरान अली ने बताया कि सब-इंस्पेक्टर अदनान कुरेशी की इस्लामगढ़ शहर में सीने में गोली लगने से मौत हो गई। वो रैली को रोकने के लिए पुलिस कर्मियों के साथ तैनात थे।
साभार- पं के