21-Jun-2024

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नहीं थम रही गर्मी की मार: कई राज्यों में रेड अलर्ट; रेमल तूफान के रविवार तक बंगाल पहुंचने की संभावना

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पूरे देश में इन दिनों मौसम के दो रूप देखने को मिल रहे हैं। उत्तर भारत में जहां गर्मी और लू का कहर जारी है।वहीं दक्षिण भारत के राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी है। वहीं, चरम मौसमी दशाओं के चलते लोग जान भी गंवा रहे हैं। केरल में जहां मानसून पूर्व बारिश की वजह से अचानक आई बाढ़ और बिजली गिरने से 7 लोगों की मौत हो गई, वहीं राजस्थान में प्रचंड गर्मी की वजह से 5 लोगों ने जान गंवा दी है। वहीं, कल से नौतपा भी शुरू हो रहा है। नौतपा के नौ दिन प्रचंड गर्मी वाले माने जाते हैं। इस बीच मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि बंगाल की खाड़ी में उठा तूफान रविवार तक पश्चिम बंगाल तट से टकरा सकता है।  

इससे पहले बुधवार को मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया था कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर हवा में दबाव कम हो रहा है। जिससे कुछ इलाकों में भारी बारिश या तूफान की संभावना है। वहीं आज मौसम विभाग ने बताया कि तूफान आगे बढ़ रहा है और  रविवार तक पश्चिम बंगाल तट तक गंभीर चक्रवात के रूप में पहुंच जाएगा। मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को राजस्थान, पंजाब और गुजरात में हीटवेव और केरल में बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात में गर्मी को लेकर जबकि तमिलनाडु में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा शेष सभी राज्यों के लिए गर्मी या फिर बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। बृहस्पतिवार को देश में सिर्फ सिक्किम और अरुणाचल ऐसे राज्य थे, जिनके लिए मौसम विभाग ने चरम मौसम के संबंध में कोई अलर्ट जारी नहीं किया है।
देश के सबसे गर्म शहरों में राजस्थान के छह
आईएमडी के मुताबिक, देश के 10 सबसे गर्म शहरों में राजस्थान के 6 शहर शामिल हैं। इन सभी शहरों में तामपान 47 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चल रहा है। इसके अलावा नौतपा के दिनों में राजस्थान में कई जगहों पर तापमान 50 डिग्री सेल्सियस से पार हो सकता है।बृहस्पतिवार को राजस्थान के जालौर शहर में चार लोगों की हीट स्ट्रोक से मौत हो गई। वहीं, बाड़मेर जिले में रिफाइनरी में काम करते हुए एक श्रमिक की तेज गर्मी से मौत हो गई। खैरथल में पांच मोर भी मृत पाए गए। शुरुआती जांच में मोरों की मौत के पीछे भी गर्मी को ही वजह माना गया है।
केरल में 18 फीसदी ज्यादा बारिश
केरल में मंगलवार-बुधवार के बीच सामान्य से करीब 18 फीसदी ज्यादा मानसून पूर्व बारिश हुई। इसकी वजह से राज्य में अचानक जगह-जगह जलभराव, भूधंसाव और बिजली गिरने की घटनाएं हुईं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) के मुताबिक कासरगोड जिले में बिजली गिरने से 70 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई। पलक्कड में डूबने से 18-21 वर्ष के दो भाइयों की मौत हुई। इसके अलावा इडुक्की और पतनमतिट्टा में भी चार लोगों की डूबने से मौत हो गई।
पश्चिम बंगाल की तरफ बढ़ रहा रेमल तूफान
मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवाती तूफान रेमल फिलहाल बंगाल की खाड़ी के मध्य पूर्वी हिस्से में है। लेकिन, जिस गति और दिशा में यह आगे बढ़ रहा है, उसे देखते हुए 26 मई की शाम तक यह करीब 120 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से तट से टकराएगा। पश्चिम बंगाल का पूरा तटीय इलाका इसकी चपेट में होगा। इसके कारण पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर में कई इलाकों में बारिश होने की संभावना है। आईएमडी के मुताबिक, रविवार को चक्रवात के कारण 102 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। मौसम कार्यालय ने 26-27 मई को पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा, मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण मणिपुर के तटीय जिलों में बहुत भारी वर्षा की चेतावनी दी है।
वहीं भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 23 से 27 मई तक आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में बिजली और तेज़ हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना जताई है। उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश (एनसीएपी), यनम, दक्षिण के कुछ हिस्सों में बारिश होने की संभावना है। जबकि एनसीएपी में कुछ स्थानों पर शुक्रवार को भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है।
मौसम विभाग ने कहा कि 50 किमी प्रति घंटे (किमी प्रति घंटे) की गति से तेज़ हवाएं चलने की उम्मीद है। अगले दो दिनों के दौरान दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कुछ अन्य हिस्सों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अंडमान सागर और पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने आगे बढ़ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को पश्चिम-मध्य और निकटवर्ती दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बना निम्न दबाव उत्तर-पूर्व की ओर चुका है।
 बिजली की मांग बढ़ी
पूरे देश में गर्मी के चलते बिजली की मांग बुधवार को 235 गीगावाट यानी 3 लाख 35 हजार मेगावाट पहुंच गई है। यह इस सीजन की अधिकतम मांग है। बिजली मंत्रालय का अनुमान है कि जल्द ही देश में बिजली खपत का सर्वकालिक रिकॉर्ड टूट सकता है, जो सितंबर, 2023 में 243.27 गीगावाट रहा था।
साभार- अमर उजाला
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