सेवाकर की नई दरें सोमवार से लागू हो गईं।
इसका बोझ सीधे आम जिंदगी पर पड़ेगा। सेवाकर की बढ़ी नई दरें 16 सेवाओं को छोड़
सभी पर लगेंगी। इसके चलते लोगों को मोबाइल फोन, होटल, रेस्तरां, मूवी का
ऑनलाइन टिकट और कैब सर्विस सहित कई अन्य चीजों के लिए ज्यादा बिल चुकाना
होगा। अभी तक बिलों पर सेवा कर और शिक्षा उपकर मिलाकर 12.36 प्रतिशत सेवा
कर देना होता था। लेकिन एक जून से सेवाकर 12.36 प्रतिशत से बढ़कर 14 फीसदी
हो गया है।
सरकार ने सर्विस टैक्स सिर्फ 1.64 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। मगर यह
मामूली सा इजाफा आपका बिल पांच से लेकर पचास रुपये तक बढ़ा सकता है। एसी और
फर्स्ट क्लास में सफर करने वालों को एक हजार रुपये के टिकट पर करीब पांच
रुपये अधिक देने होंगे। लेकिन रेस्तरां के बिल पर टैक्स के तौर पर पचास
रुपये तक अधिक देने पड़ेंगे। इसके अलावा मोबाइल फोन का बिल भी मंहगा हो
जाएगा। जीवन बीमा कराने के लिए आपको सरकार को ज्यादा टैक्स चुकाना होगा।
एसी कोच में सफर महंगा
रेल से एसी और फर्स्ट क्लास का सफर महंगा होगा। एसी में 3.7 फीसदी
सेवाकर लगता था, जो आधा फीसदी बढ़कर 4.2 फीसदी हो जाएगा। एसी कोच का 1,000
रुपये का टिकट अब 5 रुपये महंगा हो जाएगा।
हवाई यात्रा में जेब पर बोझ
घरेलू हवाई यात्रा प्रति हजार 10 रुपये का बोझ बढ़ेगा, जबकि अंतरराष्ट्रीय उड़ान में प्रति हजार 20 रुपये की बढ़ोतरी होगी।
होटल-रेस्त्रां में खाना
होटल-रेस्त्रां में खाना खाने पर 4.944 फीसदी सेवाकर लगता था। यदि
किसी रेस्त्रां में 1,000 रुपये का खाना खाया तो पुरानी दरों के मुताबिक
1049 रुपये का भुगतान करना होता था, पर बढ़ी दरों (5.6 फीसदी) के बाद अब बिल
बढ़कर 1056 रुपये हो जाएगा।
टेलीफोन का बिल
मोबाइल या लैंडलाइन का बिल पहले की दरों के मुताबिक 1000 रुपये पर
1,124 रुपये बनता था, लेकिन संशोधित सेवाकर के मुताबिक नया बिल 1,140 रुपये
का होगा।
बीमा पर बोझ
जीवन बीमा प्रीमियम पर 0.5 फीसदी का बोझ बढ़ेगा। नए बीमा पर 3 फीसदी का
सेवाकर लगता है, जो बढ़कर 3.5 फीसदी हो जाएगा, जबकि दूसरे साल 0.25 फीसदी
की वृद्धि के साथ 1.5 फीसदी से बढ़कर 1.75 फीसदी हो जाएगा।
प्रॉपर्टी खरीदना भारी
एक करोड़ से कम की प्रॉपर्टी पर 3.5 फीसदी की दर से या उसकी आधार कीमत
के 25 फीसदी पर 12.36 फीसदी सेवाकर चुकाना होगा। एक करोड़ से अधिक की
प्रॉपर्टी पर 4.2 फीसदी की दर से या उसकी आधार कीमत के 30 फीसदी पर 14
फीसदी की दर से कर चुकाना होगा।
यहां भी पड़ेगा असर : शादी के लिए बैंक्वेट हॉल की बुकिंग, सैलून-ब्यूटी पार्लर, केबल सेवा।
पीएफ से निकासी
एक जून से भविष्य निधि (पीएफ) खाते से पांच साल की अवधि से पहले
30,000 रुपये या इससे अधिक की निकासी पर टीडीएस काटा जाएगा। पैन जमा करने
पर कटौती 10 फीसदी की दर से होगी। पैन जमा नहीं करने पर अधिकतम 34.608
फीसदी की दर से टीडीएस कटौती होगी। यदि खाताधारक ने 15जी या 15एच फॉर्म जमा
किया है तो टीडीएस कटौती नहीं की जाएगी।
अंतरण को आसान बनाने के लिए बढ़ाया
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने वर्ष 2015-16 का आम बजट पेश करते हुए
केंद्र और राज्य दोनों द्वारा सेवाओं पर कर के सुचारू अंतरण को सहज बनाने
के लिए सेवा कर और शिक्षा उपकर की 12.36 प्रतिशत की वर्तमान दर में वृद्धि
कर 14 फीसदी की समेकित दर करने का प्रस्ताव किया था।
...और पड़ेगी मार
कुछ दिनों के बाद आपको इससे भी ज्यादा फीसदी सर्विस टैक्स चुकाना पड़
सकता है, क्योंकि, सरकार ने बजट में स्वच्छ भारत मिशन के लिए सर्विस टैक्स
में दो फीसदी उपकर जोड़ने का भी प्रस्ताव किया है। हालांकि, अभी इसे लागू
नहीं किया गया है।
राजस्व बढ़ने का लक्ष्य
-1.68 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था पिछले वित्त वर्ष के दौरान
-2.09 लाख करोड़ का राजस्व हासिल करने का है लक्ष्य इस साल