Publish Date:09-May-2024 19:48:44
मौसम विभाग के अनुसार, नौ मई को पश्चिम बंगाल समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में गरज चमक के साथ बारिश और तेज हवा चलने का अनुमान है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के हिस्सों में धूल भरी आंधी चल सकती है, जबकि राजस्थान, पश्चिमी मध्यप्रदेश और गुजरात में उमस और हीट वेव चलने का अलर्ट है। 10 मई को चार राज्यों में धूल भरी आंधी चलने की संभावना जताई गई है। पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में भारी बारिश हो सकती है।
देश के अलग-अलग हिस्सों में मौसम का बदला हुआ अंदाज देखने को मिल रहा है। कुछ राज्यों में बारिश से मौसम खुशनुमा हुआ है। जबकि कुछ राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है। राजस्थान और मध्यप्रदेश में भीषण गर्मी को लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। दोनों राज्यों में गुरुवार से अगले दो दिन यानी 10 मई तक हीटवेव यानी लू चलेगी। 10 और 11 मई को वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने से दोनों राज्यों में आंधी और बारिश की संभावना है। 12 मई तक हीटवेव से राहत की मिलने उम्मीद है। इसके बाद एक फिर राज्यों में भीषण गर्मी का दौर शुरू होगा।
राजधानी दिल्ली में मंगलवार को सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। यहां अधिकतम तापमान 42 डिग्री दर्ज किया गया। 11-12 मई को हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों में 13 मई तक गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। दूसरी तरफ, छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड में मौसम ने करवट ली है। तीनों राज्यों में बारिश ने चिलचिलाती धूप और उमस भरी गर्मी से राहत दिलाई है। छत्तीसगढ़ में गुरुवार और शुक्रवार बारिश के आसार हैं। झारखंड में 10 मई तक बूंदाबांदी होने की संभावना है। मौसम विभाग ने बिहार के सभी जिलों में खराब मौसम का यलो अलर्ट जारी किया है। कई जिलों में बारिश, गरज और आकाशीय बिजली के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। मंगलवार और बुधवार को कई क्षेत्रों में तेज आंधी के साथ बारिश हुई है।
अमर उजाला से चर्चा में निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर के मौसम वैज्ञानिक महेश पहलावत का कहना है कि मई में ज्यादा गर्मी देखने को मिल रही है। मार्च-अप्रैल की तुलना में मई में गर्मी बढ़ गई है। मार्च में दक्षिण भारत में बहुत ज्यादा गर्म था। अप्रैल माह में पूर्वी और दक्षिण भारत में भीषण गर्मी थी। अब मई में उत्तर भारत के क्षेत्रों में ज्यादा गर्मी देखने को मिलेगी। पहाड़ों पर वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण ऊंचे पहाड़ पर बर्फबारी और निचले पहाड़ों पर बारिश का अनुमान है।
साभार- अमर उजाला