भोपाल, गुरूवार 04 अप्रैैल, 2024 गुना जिले के आगंनवाड़ी केन्द्रों में कुपोषितों की संख्या कम दिखाने के लिये विभाग द्वारा कागजों (पोर्टल) पर कुपोषित बच्चों की लंबाई और वजन बढ़ाके दर्शाने का मामला सामने आया है। इस संबंध में महिला एवं बाल विकास विभाग का कहना है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा पोर्टल पर गड़बड़ी की गई है। जबकि आगनवाड़ी केन्द्रो में बच्चों की लंबाई और वजन किया गया तो, वह विभाग द्वारा जारी आकड़ों से कम पाये गये। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने प्रमुख सचिव, महिला एवं बाल विकास (म.प्र.) मंत्रालय, भोपाल से मामले की जांच कराकर कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों की सही जानकारी सम्बन्धित पोर्टल पर अपलोड कराकर इसमें पारदर्शिता के साथ ही ऐसे बच्चों की उचित देखभाल एवं सरंक्षण की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित कराकर दो माह में जवाब मांगा है।
बुजुर्ग पर श्वान ने किया हमला, 200 से अधिक हुये शिकार
ग्वालियर जिले में बीते मंगलवार को एक बुजुर्ग पर श्वान द्वारा हमले करने की घटना सामने आई है। हमले में बुजुर्ग बुरी तरह घायल हो गया है। श्वान ने बुजुर्ग के हाथ से मांस तक निकाल दिया, जिस कारण बुजुर्ग का हाथ खुन से लतपत हो गया। बुजुर्ग के बेटे ने उन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हे रेबीज इंजेक्शन दिया गया। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने मुख्य सचिव, म.प्र. शासन, भोपाल एवं प्रमुख सचिव, नगरीय विकास एवं आवास मंत्रालय, भोपाल से प्रदेश में आवारा कुत्तों के प्रबंधन एवं सुरक्षित व्यवस्थाओं में हो रही उपेक्षा के कारण मानव जीवन संकटापन्न होने और इस कारण हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के सम्बन्ध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन दो माह में मांगा है। आयोग की पूर्ण पीठ द्वारा प्रकरण कं्र 0432 खरगोन/16 एवं 0891/भोपाल/18 में दिनांक 17.05.2019 को की गई अनुसंशाओं की पालन कराते हुये प्रदेश में आवारा कुत्तों से जन सामान्य के जीवन को सुरक्षित करने के संबंध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन ें मांगा है।
अंधाधुंध फायरिंग से बचने के लिये कुएं में गिरे कर्मचारी, दो की मौत
दतिया जिले के ग्वालियर-झांसी हाईवे के डगरई टोल प्लाजा पर बीते मंगलवार रात 10-12 बदमाशों द्वारा टोल प्लाजा से मुफ्त में वाहन नहीं निकालने देने पर टोल प्लाजा के कर्मचारियों के उपर फायरिंग करने और केबिन में घुसकर मारपीट करने की घटना सामने आई है। बदमाशों ने कम्प्यूटर भी तोड़ दिये। फायरिंग से बचने के लिये पांच कर्मचारी आॅफिस के पीछे स्थित खेतों की तरफ भागने लगे, तभी इनमें से दो कर्मचारी खेत में बने कुएं में जा गिरे। कुएं में गिरने से वह पानी में डूबने लगे और दोनों कर्मचारियों की मृत्यु हो गई। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक, दतिया से घटना की जांच कराकर दोनों मृतकों के वैध उत्तराधिकारियों को शासन की योजना/नियमानुसार देय आर्थिक मुआवजा राशि के सम्बन्ध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।