23 मार्च 2024,
मॉस्को के क्रॉकस सिटी हॉल में बंदूकधारियों ने हमला किया-रूसी ख़ुफ़िया विभाग.
हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 93 हो गई है, वहीं 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं.
इमारत में आग लग गई और थिएटर के पास की छत का एक हिस्सा गिर गया.
अधिकारियों के अनुसार आग पर क़ाबू पा लिया गया है.
इस्लामिक स्टेट का कहना है कि हमलावर बचकर भाग गए हैं.
अमेरिका ने कहा कि उसने हमले के बारे में रूस को चेतावनी दी थी.
यूक्रेन ने हमले में हाथ होने से इनकार किया है.
रूस की राजधानी मॉस्को के बाहरी इलाक़े में मौजूद एक कॉन्सर्ट हॉल में शुक्रवार रात गोलीबारी की घटना हुई.
रूसी जांच समिति के अनुसार हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 93 हो गई है, वहीं 100 से अधिक घायल हैं. मरने वालों में बच्चे भी शामिल हैं.
रूसी विदेश मंत्री ने इसे एक आतंकी हमला क़रार दिया है. वहीं यूक्रेन ने हमले में हाथ होने से इनकार किया है.
बीबीसी रूसी सेवा के संपादक स्टीव रोज़नबर्ग ने कहा है कि बीते दो दशकों में ये रूस पर हुआ सबसे बड़ा हमला है.
रूसी अधिकारियों ने कहा कि हमलावर कौन थे, कहां से आए थे इस बारे में उनके पास अधिक जानकारी नहीं है. इस तरह के भी संकेत मिल रहे हैं कि हमलावर बचकर भाग गए हैं और पुलिस उनकी तलाश में जुटी है.
आधी रात को रूसी राष्ट्रपति कार्यालय ने अपने आधिकारिक टेलीग्राम चैनल पर एक बयान जारी कर कहा कि हमले को लेकर और सुरक्षा एजेसियों के उठाए कदमों के बारे में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लगातार जानकारी दी जा रही है.
पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा है कि पुतिन ने मामले से जुड़े सभी विभागों को आदेश दिए हैं.
मॉस्को में हुए हमले में मारे गए लोगों को लेकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है.
उन्होंने ट्वीट किया, “मॉस्को में हुए जघन्य चरमपंथी हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं. हमारी प्रार्थनाएं पीड़ितों के परिजनों के साथ हैं. इस दुख की घड़ी में भारत रूस की सरकार और उनके लोगों के साथ खड़ा है.”
हमले के लिए कौन ज़िम्मेदार?
हमले की ज़िम्मेदारी चरमपंथी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के एक धड़े ने ली है.
आईएस का कहना है कि जिन बंदूकधारियों ने हमला किया वो यहां से बच कर भाग चुके हैं.
अमेरिका ने कहा है कि इस्लामिक स्टेट के इस दावे पर भरोसा न करने की कोई वजह नहीं है.
व्हाइट हाउस ने पुष्टि की है कि उसने रूसी अथॉरिटी को मार्च की शुरुआत में ही बता दिया था कि मॉस्को में ‘बड़ी भीड़’ पर हमला हो सकता है.
रूस ने अब तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
अमेरिका ने पहले चेताया था
अमेरिका की नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की प्रवक्ता एडरीन वॉटसन ने कहा, “इस महीने की शुरुआत में अमेरिकी सरकार के पास मॉस्को में एक सुनियोजित आतंकी हमले की सूचना थी, जिसमें कॉन्सर्ट जैसे भारी भीड़ वाली जगहें निशानें पर थीं.”
उन्होंने बताया कि वॉशिंगटन ने रूसी अथॉरिटीज़ के साथ सूचना साझा की थी.
बीबीसी की सुरक्षा संवाददाता गॉर्डन कोरेरा ने बताया है कि क्रेमलिन ने इन चेतावनियों को ‘प्रोपेगैंडा’ कहकर ख़ारिज कर दिया था.
अमेरिकी अधिकारियों ने अमेरिका में बीबीसी की सहयोगी संस्था सीबीएस से कहा है कि उन्हें इसकी खु़फ़िया जानकारी मिली थी कि आईएस रूस में किसी हमले को अंजाम दे सकता है.
वहीं अमेरिकी व्हाइट हाउस ने कहा है कि वो स्थिति के बारे में और जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहा है.
कहां हुआ हमला?
बीबीसी ने घटना से जुड़े वीडियो की जांच की है जिससे पता चला है कि ये हमला मॉस्को के उत्तर पश्चिमी शहर क्रास्नोगोर्स्क में मौजूद क्रॉकस सिटी हॉल रीटेल एंड कॉन्सर्ट कॉम्प्लेक्स में हुआ है.
यहां पिकनिक नाम के एक रूसी रॉक ग्रुप के कार्यक्रम का आयोजन होना था. कॉन्सर्ट शुरू होने से ठीक पहले कैमोफ्लॉज कपड़े पहने चार बंदूकधारियों ने यहां आए लोगों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं.
हमले के दौरान हॉल में छह हज़ार से अधिक लोग मौजूद थे. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि रॉक ग्रुप स्टेज पर आने ही वाला था कि उससे पहले ये हमला हो गया.
इस दौरान इमारत में आग लग गई और इसकी छत का एक हिस्सा भी गिर गया.
रूसी नेशनल गार्ड्स ने कहा है कि उनके स्पेशल दस्ते क्रॉकस सिटी हॉल पहुंच चुके हैं और हमलावरों को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं रूस के आला अधिकारी भी यहां पहुंच रहे हैं.
साभार- बी बी सी